पिछले कुछ माह पहले ही खबर आई थी कि स्नैपडील फ्लिपकार्ट के साथ मर्ज हो सकता है। अमेजन के बढ़ते कद के आगे दोनों कंपनियां एक हो सकती है। परंतु लगता है कि इस डील को किसी की नजर लग गई। प्राप्त खबर के अनुसार स्नैपडील का विलय अब फ्लिपकार्ट के साथ नहीं होगा। स्नैपडील ने विलय के लिए फ्लिपकार्ट से मिल रहे 5,500 करोड़ रुपये के आॅफर को ठुकरा दिया है।
पीटीआई के हवाले से आई इस खबर के अनुसार बीते दिनों फ्लिपकार्ट की ओर से स्नैपडील को 5,500 करोड़ रुपये का आॅफर भी दिया गया लेकिन स्नैपडील को यह रकम रास न आई और यह कहते हुए आॅफर ठुकरा दिया कि फ्लिपकार्ट ने उनकी सही मूल्यांकन नहीं किया है तथा स्नैपडील की कीमत को फ्लिपकार्ट जज़ नहीं कर पाई है।
इस आॅफर को बेशक स्नैपडील के निदेशक मंडल की ओर से ठुकरा दिया गया है लेकिन दोनों कंपनियों के बीच बातचीत अभी जारी है। स्नैपडील की ओर से इस डील को कंपनी के फाउंडर्स कुणाल बहल और रोहित बंसल के साथ एनवीपी और कलारी कैपिटल परख रहे हैं। वहीं फ्लिपकार्ट की ओर से इस डील की जांच की जिम्मेदारी एर्नस्ट ऐंड यंग को सौंपी गई थी।
स्नैपडील द्वारा 85 करोड़ डॉलर यानी करीब 5,500 करोड़ रुपये का आॅफर ठुकराने के बार माना जा रही है कि अब फ्लिपकार्ट की ओर से अधिक राशि व अन्य बेनिफिट के साथ एक बार कोई पेशकश की जा सकती है। आपको बता दें कि यदि स्नैपडील फ्लिपकार्ट का यह आॅफर स्वीकार कर लेती है तो यह अधिग्रहण भारतीय ई-कॉमर्स मार्केट की सबसे बड़ी डील होगी।
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